क्या मोदी को सब तरफ से घेरने की रणनीति बनी है?
आज के घटनाक्रम को देखे तो ऐसा ही लगता है।
1. संघ, विहिप हिन्दूवादी बाबतो के उपर जो निवेदन दे रहे है वो मिडिया और विपक्ष को बवाल का मसाला दे रहे है
2. मोदी ने अब तक संघ और विहिप की अनदेखी ही की। गुजरात में इन संगठनो को कमजोर किया। उनकी एक नहीं सूनी।
3. गुजरात में किसान संघ भी सरकार के विरुद्ध खडा हुआ है
4. मुलायम-लालु-नीतीश सब साथ आ रहै है
5. मोदी ने संघ को तथाकथित धमकी दी है कि अगर संघ और विहिपने बयानबाजी बंध नहीं कि तो वो त्यागपत्र दे देंगे।
6. और तो और मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मौन साधे बैठे आडवाणीजी भी बोल पडे है कि मोदी से गुजरात दंगो को लेकर अटलजी नाराज थे और पद के लिऐ कोई आयुसा नहीं होनी चाहिऐ।
अब क्या होगा? मोदी इस रणनीति से कैसे बाहर नीकलेंगे ये देखना दिलचस्प होगा
आज के घटनाक्रम को देखे तो ऐसा ही लगता है।
1. संघ, विहिप हिन्दूवादी बाबतो के उपर जो निवेदन दे रहे है वो मिडिया और विपक्ष को बवाल का मसाला दे रहे है
2. मोदी ने अब तक संघ और विहिप की अनदेखी ही की। गुजरात में इन संगठनो को कमजोर किया। उनकी एक नहीं सूनी।
3. गुजरात में किसान संघ भी सरकार के विरुद्ध खडा हुआ है
4. मुलायम-लालु-नीतीश सब साथ आ रहै है
5. मोदी ने संघ को तथाकथित धमकी दी है कि अगर संघ और विहिपने बयानबाजी बंध नहीं कि तो वो त्यागपत्र दे देंगे।
6. और तो और मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मौन साधे बैठे आडवाणीजी भी बोल पडे है कि मोदी से गुजरात दंगो को लेकर अटलजी नाराज थे और पद के लिऐ कोई आयुसा नहीं होनी चाहिऐ।
अब क्या होगा? मोदी इस रणनीति से कैसे बाहर नीकलेंगे ये देखना दिलचस्प होगा